बीजेपी चुनाव की तैयारियों में तो जुट ही गई है और अब आरएसएस भी कहीं ना कही अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में जुटा है..आदिवासी इलाकों में पैठ जमाने और घर-घर तक पहुंचने के लिए आरएसएस ने संस्कृत का सहारा लिया है.... आखिरकार संस्कृत कैसे आदिवासी इलाकों में संघ का प्रभाव बढ़ाएगी.. देखिए विशेष संवाददाता अरुण तिवारी की ये खास खबर.